Thursday, December 25, 2008

तेरे बिन

तेरे बिन मैं अधुरी,
हर चाह अधुरी।
मेरा शृंगार अधुरा,
चेहरे की लाली तेरे बिन अधुरी है।
तेरे बिन जीवन अधुरा,
हर साँस अधुरी है।
तेरे बिन कुछ पाने की आस अधुरी,
होठो की हँसी अधुरी, अधूरे आखों के आंसू।
'चियु' तेरे बिन मैं अधुरी
मेरी जिंदगानी है अधुरी।
२८-११/2008

2 comments:

Anonymous said...

bahut hi sudar likhti hai aap,
baakaee me ,pyar karne bala jab door ho to sab kuch adhura hi lagta hai.

HAPPY NEY YEAR

------------------------'VISHAL'

Unknown said...

good